Banarasi Chudai Ki Banaras Wali Bhabhi Ki
मेरा नाम जीतेन्द्र कुमार है और मैं बनारस का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 27 साल है और मैं बिजली का काम करता हूँ वो भी प्राइवेट | मैंने बारहवी तक की पढाई की है और उसके बाद घर के हालात कुछ ऐसे बने कि मैं आगे की पढाई छोड़ काम में लग गया | काम में मेरा कुछ ऐसा मन लगा कि मैं दिल्ली में आ कर ये काम करने लगा | मैं दिल्ली में 2 साल से रह रहा हूँ | मैं दिखने में सांवला हूँ लेकिन मेरी कदकाठी बहुत अच्छी है | मेरी हाईट 5 फुट 11 इंच है | मेरा लंड का साइज़ 7 इंच लम्बा और 2.5 इंच मोटा है | दोस्तों आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी पेश करने जा रहा हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की सच्ची घटना है | मैं उम्मीद करता हूँ कि आप लोगो को मेरी ये कहानी जरुर पसंद आयगी | तो अब मैं आप लोगो का ज्यादा समय ना लेते हुए सीधा अपनी कहानी शुरू करता हूँ | Banarasi Chudai Ki Banaras Wali Bhabhi Ki.
इस चुदाई भरी कहानी की शुरुआत तब से होती है जब मैं 12वीं पास कर चूका था | फिर जब मैंने घर में कॉलेज पढने की बात की तब मेरे पापा ने बताया कि उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है और हमारे घर में सिर्फ वही कमाते थे | इस चीज़ ने मुझे कॉलेज की पढाई करने से रोक दिया | कुछ समय तो मैंने छोटा मोटा काम धंधा कर के घर जैसे तैसे चला लिया | लेकिन उतनी आवक नहीं हो पा रही थी तो मैंने उसी काम के साथ साथ बिजली का काम भी सीखना चालू किया | पहले तो मैं एक रवि भैया हैं जिनके अंडर में काम किया करता था उनके साथ घर घर जा कर काम भी करता और सीखता भी | जब मैंने अच्छे से काम करना सीख लिया तो भैया मुझे ही घर घर भेजा करते | एक दिन की बात है मैं शॉप में ही बैठा था कि भैया के पास कॉल आया सदर से और सदर काफी दूर था शॉप से पर वो पैसे अच्छा ख़ासा देने को तैयार थे | असल में उनके बहुत सारे इलेक्ट्रोनिक सामान ख़राब थे | भैया ने मुझसे कहा कि चले जा कम से कम तेरा ही पैसा बनेगा | मेरे पास उस समय सिर्फ साइकिल ही थी तो मैं कड़ी धूप में साइकिल ले कर उनके बताये पते पर चला गया |
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जब मैं वहां पंहुचा तो बहुत ही शानदार घर था उनका | मैंने जैसे ही डोर बेल बजाई तो सामने से एक बहुत ही सुन्दर भाभी ने दरवाजा खोला | मैं उसे देख कर पागल सा हो गया क्यूंकि वो इतनी सेक्सी और सुंदर थी और साथ में उसका गोरा रंग लाइट कलर की साड़ी में कहर ढा रहा था | मैंने उन्हें नमस्ते किया तो उन्होंने मुझे अन्दर बुलाया और एक कमरे में ले कर गई वहां पर वही सारे सामान रखे हुए थे | उन्होंने कहा कि तुम काम करो और मैं तुम्हारे लिए चाय बना कर लाती हूँ | फिर मैं अपने काम में लग गया और 15 मिनट के बाद वो भी चाय ले कर आ गई और मुझे वहीँ काम करते हुए बैठ के देखने लगी | जब मैं काम से फुर्सत हुआ तो उन्होंने मेरा नाम पूछा तो मैंने उन्हें अपना नाम जीतेन्द्र बताया और और उन्होंने अपना नाम संजना बताया | उन्होंने मुझसे कहा कि तुम्हारा काम अभी यहीं ख़त्म नहीं होता बल्कि एक काम और करना पड़ेगा तुम्हे | मैंने पुछा जी कहिये और कोन सा काम करना है | तो उन्होंने बिना जिझक के कहा कि मेरे पति दुबई में रहते हैं जिस वजह से मैं प्यासी रह जाती हूँ मेरी चूत में जो खुजली होती है वो सिर्फ एक लंड ही मिटा सकता है | ये सुन मेरा लंड तुरंत ही खड़ा हो गया और ये चीज़ उन्होंने मेरे लोअर के ऊपर से ही भांप ली थी | “Banarasi Chudai Ki”
वो मेरे जवाब का इंतजार कर रही थी तो मैंने बिना सोचे समझे ही उन्हें हाँ कर दी | उसके बाद उन्होंने मेरे होंठ पे अपने होंठ रख दिए और मेरे होंठ को जोर जोर से काट कर चूसने लगी | ये क्रिया मुझे बहुत ही ज्यादा उत्तेजित करने लगी तो मैंने भी उनका साथ देते हुए उन्हके गुलाबी होंठ को चूसने लगा | वो मेरे होंठ को चूसते हुए लोअर के ऊपर से ही लंड को मसलने लगी और मैं भी उनके होंठ का रसपान करते हुए कभी दूध मसलता तो कभी मस्ती गोल गांड दबाता | हम दोनों ने लगभग 10 मिनट तक एक दुसरे को खूब चूसा | उसके बाद उन्होंने मेरी टी-शर्ट को उतार दिया और मेरी छाती चूमते हुए जमीन पर अपने घुटनों के बल बैठ गई | फिर उन्होंने मेरे लोअर और अंडरवियर को साथ में उतार कर मुझे पूरा नंगा कर दिया | उन्होंने मेरे लोहे जैसे कड़क लंड को देख कर चूम लिया और उसे हिलाने लगी | “Banarasi Chudai Ki”
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फिर उन्होंने मेरे लंड का टोपा पीछे किया और जीभ से मेरे लंड को हर एक हिस्से को चाटने लगी तो मैं अआहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा ऊउंह ऊम्म्ह आहा करते हुए सिस्कारिया भरने लगा | वो मेरे लंड को चाटते हुए मेरी छाती पर हाँथ फेर रही थी और मैं अआहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा ऊउंह ऊम्म्ह आहा करते हुए सिस्कारिया ले रहा था | फिर उन्होंने मुझे पास ही रखे सोफे पर बैठा दिया और मेरे लंड को अपने मुंह में ले कर चूसने लगी तो मैं अआहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा ऊउंह ऊम्म्ह आहा करते हुए उनके मस्त सेक्सी दूध को मसलने लगा | वो मेरे लंड को जोर जोर से ऊपर नीचे करते हुए चूस रही थी और मैं अआहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा ऊउंह ऊम्म्ह आहा करते हुए उनके ब्लाउज को खोल कर ब्रा के ऊपर से ही दूध मसलने लगा | अब मैंने उन्हें खड़ा किया और ब्रा को उतार कर एक दूध को अपने मुंह में ले कर चूसे लगा और दुसरे को दबाने लगा तो वो अआहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा ऊउंह ऊम्म्ह आहा करते हुए मेरे सिर पर हाँथ फेरने लगी | कुछ देर दूध को चूसने के बाद मैंने दुसरे दूध को अपने मुंह में ले कर चूसने लगा और पहले को दबाने लगा तो वो जोर जोर से अआहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा ऊउंह ऊम्म्ह आहा करते हुए सिस्कारिया भरने लगी | फिर मैंने एक एक कर उनके पूरे कपडे उतार कर पूरा नंगा कर दिया | “Banarasi Chudai Ki”
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उनकी चूत बहुत ही सुंदर और चिकनी थी जैसे मानो वो मेरे ही लंड का इन्तजार कर रही हो | उसके बाद वो मेरे लंड को पकड़ के अपने रूम में ले कर जाने लगी और मैं भी एक गुलाम की तरह उनके पीछे पीछे चलने लगा | फिर वो अपने बेड पर जा कर टांगो को खोल कर लेट गई | मैं उनका इशारा समझ गया था तो तुरंत ही अपनी जीभ निकाल कर उनकी चूत को चाटने लगता जो कि गीली हो चुकी थी | वो अआहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा ऊउंह ऊम्म्ह आहा करते हुए एक मछली की तरह मचलने लगी | मैं उनकी चूत के अन्दर तक अपनी जीभ डाल कर चाट रहा था और चूत के दाने को भी अपने होंठ से दबा कर चूस रहा था और वो अआहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा ऊउंह ऊम्म्ह आहा करते हुए कसमसाने लगी थी | कुछ देर चूत के चाटने के बाद उन्होंने कहा कि अब मुझे और इन्तजार ना करवाओ और सीधा अपने लंड का स्वाद मेरी चूत को चखाओ | मैंने अपने लंड को उनकी चूत पर रगड़ते हुए चूत के अन्दर धीरे धीरे डाल कर चोदने लगा तो वो अआहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा ऊउंह ऊम्म्ह आहा करते हुए चुदाई के मजा लेने लगी | “Banarasi Chudai Ki”
मैं धीरे धीरे शॉट लगाते हुए उन्हें चोद चोद रहा था और वो अआहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा ऊउंह ऊम्म्ह आहा करते हुए अपनी गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी | फिर मैंने अपनी चुदाई की स्पीड बढ़ा दिया और जोर जोर से शॉट लगाते हुए चोदने लगा तो वो भी अआहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा ऊउंह ऊम्म्ह आहा करते हुए चुदाई में साथ देने लगी और चुदाई के खेल में लीन हो गई | करीब आधे घंटे की चुदाई के बाद मैंने अपना वीर्य उनके मुंह में छोड़ दिया जो वो पी गई और कुछ वीर्य उनकी होंठ में लगा हुआ था जिसे वो चाट रही थी | उसके बाद उन्होंने मुझसे कई दफा चुदवाया और मुझे दिल्ली अपने किसी दोस्त से बात कर के काम पे लगवा दिया | जिस वजह से मैं यहाँ दो साल से जॉब कर रहा हूँ | वो जब भी यहाँ आती हैं तो मुझसे चुद्वाए बिना नहीं जाती |
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तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी | मैं उम्मीद करता हूँ कि आप सभी को मेरी कहानी पसंद आई होगी और मेरी कहानी पढ़ कर आप लोगो को काफी मजा भी आया होगा | “Banarasi Chudai Ki”