Sage Bhai Bahan Ki Chudai Dekh Hosh Ude 2
अब तक आपने पढ़ा की कैसे मैंने अपने मौसेरे भाई बहन की चुदाई देख अब तक उसने बहन की चूत ही पेली थी इस भाग में पढ़े की कैसे उन दोनों ने गुदा मैथुन किया. Sage Bhai Bahan Ki Chudai Dekh Hosh Ude 2.
अदिति ने ईशान को अपने हाथो और टांगों की जकड़ में कैद कर लिया ताकि वो और झटके न मार पाए। अदिति की योनि से एक तरल द्रव की धार निकल आई और नीचे बेडशीट को भिगोने लगी। मैंने पहली बार किसी लड़की का स्खलन देखा था। अदिति स्खलित हो गई थी।
ईशान ने झटके और तेज मारने शुरू किये। दो मिनट में ही उसके शरीर में कम्पन शुरू हो गए और एक जोरदार शॉट के बाद वो अदिति की टांगों के बीच धंस गया और वैसे ही अपनी छोटी बहन के ऊपर लेट गया। उसकी कमर में हल्के हल्के कम्पन दिख रहे थे। कुछ ही देर में उसका शरीर ढीला हो गया। काफी देर वो अदिति के ऊपर लेटा रहा। Sage Bhai Bahan Ki Chudai Dekh
अदिति उसकी गर्दन, कान और होठों को बार बार चूम रही थी और आत्मसंतुष्टि के भाव के साथ मुस्कुरा रही थी।
पाँच मिनट बाद अदिति ने ईशान को अपने ऊपर से उठने को कहा। ईशान अदिति के ऊपर से उठा उसने लिंग को अदिति की योनि से बाहर निकाला। उसके लिंग से चिपचिपा सा द्रव टपक रहा था। लिंग के निकलते ही अदिति की योनि से भी वो चिपचिपा द्रव यानि ईशान का वीर्य ढलक कर निकला और अदिति के चूतड़ों की घाटी से होते हुए चादर पर गिर गया।
ईशान बगल में ही अदिति के बिस्तर पर सुस्ताने लगा। अदिति ने उसके लिंग को मुँह में ले लिया और चूस कर उस पर लगे वीर्य को साफ़ किया फिर चूस कर लिंग से वीर्य की आखरी बूँद तक निचोड़ ली। फिर अदिति भी ईशान के बगल में लेट गई। दोनों एक दूसरे की तरफ मुँह करके करवट पर लेते हुए हल्के हल्के बतिया रहे थे। Sage Bhai Bahan Ki Chudai Dekh
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मैं सोच रहा था कि अब भाई बहन की आज रात की कामक्रीड़ा पर विराम लगेगा। मगर ऐसा नहीं था, उनकी बातें सुनकर मेरा भ्रम दूर हो गया।
अदिति ईशान के लिंग को हाथ में लेकर खेल रही थी, जो अब शिथिल होकर मात्र 6-7 इंच का रह गया था। ईशान उसके स्तनों और निप्पलों से खेल रहा था। वो हँसते मुस्कुराते हुए बातें कर रहे थे।
ईशान ने अदिति से कहा- मजा आ गया आज रात ! और तुम्हें?
अदिति- मुझे भी आया !
ईशान- दुबारा करोगी ?
अदिति- बिल्कुल !
ईशान- तो पहले इसे तो खड़ा करो! (ईशान का इशारा अपने लिंग की तरफ था)
अदिति- हो जाएगा, एक बार टायलेट हो आओ, मैं भी हो आती हूँ, दोनों तैयार हो जायेंगे।
ईशान- ठीक है !
इतना कह कर दोनों एक दूसरे से चिपट गए जैसे एक दूसरे को लील जायेंगे। अदिति ने उस रात ईशान के साथ तीन बार कामक्रीड़ा की। ईशान सुबह नौ बजे तक उसके साथ ही सोया रहा।
रात में अदिति की कामक्रीड़ा देखने के कारण मैं सुबह देर से जागा। सुबह उठते ही मैंने अदिति के कमरे में रोशनदान से झाँका तो देखा, सुबह का कार्यक्रम भी चालू था। Sage Bhai Bahan Ki Chudai Dekh
मैंने देखा कि अदिति अपने अन्तःवस्त्रों में ही बिस्तर पर उनींदी सी उल्टी लेटी हैं, ईशान अदिति की जाँघों के ऊपर दोनों तरफ पैर करके बैठा है। ईशान नग्न था और उसका लिंग रात की तरह फिर से आगबबूला हो रहा था। ईशान अदिति के बदन पर हाथ फिरा रहा था। अदिति का शरीर तेल जैसी किसी चीज़ के लेप की वजह से कान्तिमान हो रहा था। दरअसल ईशान अपनी छोटी बहन के शरीर की तेल से मालिश कर रहा था। ईशान अपने हाथों को गोल गोल घुमाते हुए धीरे धीरे तेल को उसकी गर्दन से लेकर पीठ तक रगड़ रहा था।
ईशान ने अदिति की पैंटी की इलास्टिक में अपनी उँगलियाँ फंसाई और पैंटी को खींचकर घुटनों तक उतार दिया। उसके बाद वो अदिति के चूतड़ों की मालिश करने लगा। अदिति की टांगों को उठाकर उसने पैंटी को निकाल कर जमीन पर फेंक दिया और उसकी टांगों को थोड़ा सा फैलाकर फिर से अदिति की जाँघों पर बैठ गया।
फिर उसने अदिति दीदी की ब्रा का हुक खोल कर उसे भी खींचकर निकाल लिया। ईशान ने तेल की शीशी उठाकर अदिति के चूतड़ों के बीच की घाटी में गिरा दी और हाथ से तेल को अदिति की योनि पर फैलाने लगा। ईशान ने जब उँगलियों को अदिति की योनि पर जोर-जोर से चलाना शुरू किया तो अदिति की सिसकारी निकल आई। Sage Bhai Bahan Ki Chudai Dekh
ईशान और मैं दोनों ही समझ गए कि अदिति जाग गई है और उत्तेजित हो गई हैं। ईशान ने तेल की शीशी को दबाकर तेल की धार अपने लिंग पर गिराई और तेल को पूरे लिंग पर फैला दिया। फिर लिंग को अदिति की टांगों के ठीक बीच में अवस्थित करके अदिति के ऊपर लेट गया। फिर उसने अदिति की छातियों के नीचे अपने दोनों हाथ ले जाकर उसके स्तनों को पकड़ लिया और जोर-जोर से भींचने लगा। ईशान अदिति के कान और गर्दन पर चुम्बन ले रहा था। अदिति को मजा आ रहा था क्योंकि वो सिसियाते हुए हल्के-हल्के मुस्कुरा रही थी।
ईशान ने अदिति के गालो का चुम्बन लिया तो अदिति ने गर्दन घुमा कर अपने होठों को ईशान के होठों से चिपका लिया। दोनों ने काफी देर तक एक दूसरे के होठों का रसपान किया। ईशान ने कमर को उठाकर लिंग को अदिति की टांगों के बीच स्थापित किया और अपनी कमर को अदिति की तरफ दबा दिया।
अदिति के मुँह से दर्द भरी सिसकारी निकली। ईशान ने कमर को फिर से दबाया और अदिति सिसियाते हुए चीखी- भैया दर्द हो रहा है धीरे धीरे करो प्लीज़। Sage Bhai Bahan Ki Chudai Dekh
मैं समझ नहीं पाया कि माजरा क्या है? अभी कुछ घंटे पहले ही अदिति ने रात में जब तीसरी बार सम्भोग किया था तब ईशान ने पहले ही शाट में आधे से ज्यादा लिंग उसकी योनि में ठूंस दिया था, तब अदिति “चूँ” भी नहीं बोली थी और पता नहीं अब उसे क्यों दर्द हो रहा है?
ईशान बोला- बस एक बार पूरा अन्दर चल जाए तो फिर उसके बाद दर्द नहीं होगा।
अदिति बोली- नहीं, और मत डालो, मैं पूरा नहीं झेल पाऊंगी, इतने से ही कर लो।
ईशान- अभी तो बस टोपा ही अन्दर गया है, इतने में मजा नहीं आएगा।
अदिति- दर्द से मेरी हालत खराब है, तुम कह रहे हो मजा नहीं आएगा?
ईशान- थोड़ा सा तो और डालने दो न, धीरे धीरे डालूँगा।
अदिति- अच्छा, तेल और लगा लो।
ईशान ने अपना धड़ अदिति के ऊपर से उठाया और अदिति की टांगों को फैलाया और तेल की धार उसके चूतड़ों और अपने लिंग पर गिरा दी। Sage Bhai Bahan Ki Chudai Dekh
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ईशान ने अपनी टाँगें अदिति की टांगों के बीच में कर ली और अपनी टांगों को फैला लिया, इससे अदिति की टाँगे भी चौड़ी फ़ैल गई। ईशान फिर से अदिति के ऊपर लेटा और उसने अपने शरीर का वजन लिंग पर केन्द्रित करके अदिति के ऊपर डाल दिया जिससे लिंग काफी अन्दर तक चला गया।
अदिति चीखते हुए बोली- हाय भैया, मर गई मैं ! प्लीज़ मत करो, मैं नहीं झेल पा रही हूँ, पहली बार है ! और मत डालो प्लीज़ !
ईशान ने जब अपनी टाँगें फैलाई थी तब मैंने देखा कि उसने अपना लिंग अदिति की योनि में नहीं, बल्कि गुदा में डाल रखा था और इसीलिए अदिति इतना दर्द से तड़प रही थी।
मुझे समझ नहीं आया क्यों अदिति गुदामैथुन के लिए तैयार हुई?
मुझे अदिति की हालत पर तरस आ रहा था, मगर ईशान निर्दयी उस पर वैसे ही लदा हुआ था। वो अदिति को जगह जगह चूम रहा था और उसके स्तनों को दबा रहा था। Sage Bhai Bahan Ki Chudai Dekh
मैं समझ गया ईशान फिर से संयम, समय और उत्तेजना में सामंजस्य बैठा रहा है।
ईशान ने पूछा- दर्द है अभी?
अदिति- अभी है।
ईशान- हल्का हुआ है?
अदिति- कुछ हल्का हुआ है !
ईशान- और डालूँ?
अदिति- खबरदार, जो और डालने की बात की तो, तुम्हारी जिद के आगे मैं गुदामैथुन के लिए तैयार हो गई थी, अगर मुझे इस दर्द का पता होता तो कभी राजी नहीं होती।
ईशान- ठीक है, आज इतने से ही काम चलाता हूँ, कल पूरे के बारे में सोचेंगे।
अदिति- कल से अगर गुदामैथुन का नाम भी किया न तो तुम्हें अपने बिस्तर से उठा कर फेंक आऊँगी।
ईशान- अभी एक बार जब मैं गाड़ी चलाऊँगा न, तब कहना मजा आया या नहीं ! मजा ना आये तो तु मेरी गाण्ड मार लेना।
अदिति- तुम्हारी गाण्ड काहे से मारूँगी?
इस पर अदिति और ईशान दोनों हंसने लगे।
ईशान ने अदिति को करवट पे लिटा लिया और पीछे से हल्के हल्के लिंग को गुदा में चलाने लगा। ईशान ने एक हाथ को अदिति की गर्दन के नीचे से ले जाकर उसके एक स्तन को पकड़ लिया और भींचने लगा। अदिति की गुदा का छेद ऐसा लग रहा था जैसे उसमे कोई मोटा पाइप डाल दिया गया हो और उसकी गुदा एक छल्ले की तरह उस पाइप पर कस गई हो। तेल में भीग कर ईशान का लिंग बहुत ही वीभत्स लग रहा था। Sage Bhai Bahan Ki Chudai Dekh
ईशान आराम आराम से लिंग को अदिति की गुदा के संकरे सुराख में चलाते हुए मजा ले रहा था। थोड़ी ही देर में अदिति की गुदा उसके लिंग के लिए अभ्यस्त हो गई थी। बीच बीच में ईशान उत्तेजित होकर अदिति की गुदा में कभी लिंग को अन्दर तक दबा देता था तो अदिति हल्के से कसक पड़ती थी।
ईशान ने एक हाथ से अदिति का एक निप्पल पकड़ लिया और उसे गोल गोल घुमाते हुए दबाने लगा और दूसरे हाथ से अदिति के भगशिश्न को को छेड़ना चालू किया। अदिति कुछ ही पलों में मस्ती से सराबोर हो गई थी। अब अदिति आराम से उसके लिंग को ले पा रही थी।
ईशान ने झटकों की लम्बाई और गति दोनों बढ़ा दिए। अदिति और ईशान दोनों के शरीर पसीने से भीग गए। उत्तेजना ने एक बार फिर से दर्द पर विजय पा ली थी। Sage Bhai Bahan Ki Chudai Dekh
अदिति ने ईशान के हाथों को अपनी योनि से हटा दिया तो ईशान ने फिर से उसकी योनि को पकड़ लिया तो अदिति बोली- भैया, मैं बहुत उत्तेजित हूँ और मैं झड झाऊँगी, योनि को और मत सहलाओ।
ईशान ने अदिति के कान में कहा- मैं और अन्दर डालना चाहता हूँ !
अदिति- मुझे दर्द होगा, मुझे इतने में मजा आ रहा है।
ईशान- पूरे में और ज्यादा मजा आएगा।
अदिति- मैं इतने में ही खुश हूँ।
ईशान- मुझे मजा नहीं आ पा रहा है, प्लीज़ करने दो न। दर्द थोड़ा सा होगा फिर बिल्कुल ऐसे ही ख़त्म हो जाएगा।
अदिति- ठीक है, तुम आराम से करना।
ईशान- नहीं, अगर मैं जल्दी से अन्दर डाल दूँगा तो अभी दर्द थोड़ी देर के लिए ही होगा, धीरे धीरे डालने से देर तक दर्द होगा, अभी तुम उत्तेजित हो तो दर्द को आराम से पी जाओगी।
अदिति- बस देखना, मेरी जान नहीं निकलने पाए।
ईशान- छेद तो मैंने बंद कर रखा है कहाँ से निकल पाएगी?
इस पर दोनों हंसने लगे।
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ईशान ने अदिति की कमर को कसकर पकड़कर शाट मारा। ईशान का लिंग थोडा सा ही अदिति की गुदा में गया। अदिति ने हल्की सिसकारी ली। अदिति ने अपनी आँखें बंद कर ली थी और होठों को भींच लिया था। साफ़ जाहिर था उसे हल्का दर्द तो अभी भी हो ही रहा था।
ईशान ने अगला धक्का जोर से लगाया। अदिति इस बार दर्द से हल्का सा चीख ही पड़ी थी और कमर को आगे की तरफ खींचने लगी मगर ईशान ने उसकी कमर को जकड़ कर आगे नहीं बढ़ने दिया बल्कि अपने लिंग को अदिति की गुदा में दबाये रखा।
अदिति ‘आह आह’ कर रही थी। Sage Bhai Bahan Ki Chudai Dekh
ईशान ने अदिति को दिलासा देते हुए कहा- बस जान ! थोड़ा सा ही बाकी है, एक बार और हिम्मत कर लो बस।
अदिति ने कहा- बहुत दर्द कर रहा है।
ईशान- बस एक बार और होगा फिर नहीं होगा।
ईशान ने अदिति को झूठी दिलासा दी थी, अभी कम से कम 3-4 इंच लिंग गुदा के बाहर ही था।
ईशान ने अदिति के निप्पलों को दो मिनट सहलाया, अदिति जब कुछ सामान्य सी हुई तो उसने अदिति की कमर को दोनों हाथों से पकड़ लिया।
अदिति एलर्ट हो गई। मैं समझ गया अबकी अदिति की जान पर बन आनी है और वही हुआ।
ईशान ने पूरी जोर से जबरदस्त झटका मारा और लिंग को काफी अन्दर ठूंस दिया।
अदिति चीखते हुए रोने लगी और जल बिन मछली की तरह तड़पते हुए अपने को ईशान की जकड़ से छुड़ाने की कोशिश करने लगी, मगर उसकी कोशिश नाकाम रही।
ईशान ने बगैर देर किये दो और जबरदस्त धक्के मार कर अपना लिंग जड़ तक अदिति की गुदा में ठूंस दिया। अदिति ने बहुत संघर्ष किया मगर ईशान अदिति की गुदा के ऊपर लद गया तो अदिति का संघर्ष बेकार हो गया। Sage Bhai Bahan Ki Chudai Dekh
ईशान ने अदिति की कमर को छोड़कर उसके स्तनों को पकड़ लिया और जोर जोर से भींचने लगा। अदिति बहुत ही बुरी तरह रो रही थी। ईशान उसके कान और गर्दन पर चुम्बन लेते हुए उनका ढांढस बंधा रहा था।
ईशान अदिति के ऊपर वैसे ही तब तक लेटा रहा जब तक अदिति विरोध करती रही। जब अदिति का शरीर ढीला पड़ गया और अदिति का रोना बंद हो गया तो वो अदिति के ऊपर से उतर के फिर से करवट पर आ गया।
अदिति कुछ बोल नहीं रही थी। ईशान ने उसकी योनि को ऊँगली से सहलाते हुए उसे फिर से उत्तेजित करने की कोशिश की। एक हाथ से वो अदिति के एक निप्पल को छेड़ रहा था, एक हाथ से अदिति के भगोष्ठ को सहला रहा था और साथ ही एक निप्पल को मुँह में लेकर चूस रहा था। Sage Bhai Bahan Ki Chudai Dekh
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यह मिली-जुली कोशिश थी अदिति को जल्द से जल्द उत्तेजना देने की और उसकी कोशिश दो मिनट में ही रंग लाई। अदिति हल्की-हल्की मस्ती से सिसियाने लगी थी। इसी के साथ ईशान ने अपने लिंग को अदिति की गुदा में हल्के हल्के अन्दर बाहर मर्दन शुरू कर दिया। अदिति अब पहले की तरह दर्द नहीं महसूस कर रही थी। शायद अब उसकी गुदा में ईशान के लिंग लायक जगह बन गई थी। ईशान ने भी कुछ देर मर्दन करने के बाद आयाम बढ़ा दिया। उसने २-३ इंच लिंग को बाहर खींच कर वापस अदिति की गुदा में डाल दिया। अदिति हल्के से सिसिया उठी। ईशान ने अगली बार अपना आधा लिंग निकाल कर अदिति की गुदा में डाला। अदिति इस बार भी वैसे ही सिसियाई मगर चीखी नहीं।
ईशान ने अपना दायरा तय कर लिया। वो अब धीरे धीरे अदिति की गुदा में झटके मारने लगा। अदिति मामूली सी तकलीफ के साथ ईशान का साथ दे रही थी। अदिति उत्तेजित भी लग रही थी क्योंकि वो खुद अपनी योनि को अपनी उँगलियों से छेड़ रही थी।
ईशान भी अदिति की कसी हुई गुदा पाकर काफी उत्तेजित हो गया। उसने झटकों की गति बढ़ा दी तो अदिति ने उसे रोकते हुए कहा- भैया आराम से करो, मुझे तकलीफ हो रही है। मैं तुम्हारा साथ दे रही हूँ न, फिर तुम भी मेरा साथ दो न। Sage Bhai Bahan Ki Chudai Dekh
ईशान ने कहा- वो क्या है न, मस्ती में मैं काबू खो देता हूँ।
अदिति ने कहा- तुम जब हल्के हल्के करते हो तो मुझे भी अच्छा लग रहा है।
ईशान- धीरे धीरे करूँगा तो मुझे झड़ने में बहुत वक्त लगेगा।
अदिति- चाहे जितना समय लगे, मैं तुम्हारा साथ दूँगी, तुम मेरी भी मस्ती का ध्यान रखो न, प्यार का मजा मत खराब करो, आज पहली बार है न।
ईशान- तुम्हें अब मजा आ रहा है?
अदिति- थोड़ा-थोड़ा।
ईशान- फिर ठीक है जान, तुम्हें पूरा मजा दूँगा।
ईशान ने वैसे ही धीरे धीरे झटके लगाते हुए अदिति की गुदा को अपने लिंग से कूटना जारी रखा। अदिति आराम से उसके लिंग को अब पूरा पूरा अपनी गुदा में बगैर तकलीफ के ले पा रही थी। ईशान अदिति के स्तनों से खेलते हुए, उसके होठों का रसपान करते हुए, अदिति की गुदा का आनन्द उठा रहा था। Sage Bhai Bahan Ki Chudai Dekh
दस मिनट बाद ईशान की साँसें गहराने लगी। उसने अचानक झटकों की गति बढ़ गई, उसने अदिति के स्तनों को दबोच लिया और कांपते हुए अपना लिंग जड़ तक अदिति की गुदा में ठूंस कर ठहर गया। अदिति समझ गई की ईशान झड़ गया है। अदिति ने उसके होठों को अपने होठों से चिपका लिया और उसे खूब जोर-जोर से चूमा।
पाँच मिनट बाद दोनों ने एक दूसरे को अपने अपने होठों के बंधन से मुक्त किया। ईशान काफी संतुष्ट और थका हुआ दिख रहा था। अदिति हल्के हल्के मुस्कुरा रही थी। उसका लिंग अभी भी अदिति की गुदा में ही था।
अदिति ने उस से कहा- अब इसे निकालोगे या मेरी गुदा में ही डाले रहोगे?
ईशान ने अपने लिंग को बाहर को खींचा। वीर्य से सना हुआ लिंग जब बाहर निकला तो वो शिथिल हो चुका था। अदिति की गुदा का छेद ईशान के लिंग के निकलते ही फिर से पहले की तरह संकीर्ण हो गया। अदिति ने उसके लिंग को मुँह में लेकर उस पर लगे वीर्य को चूस लिया। Sage Bhai Bahan Ki Chudai Dekh
ईशान ने अदिति से पूछा- कैसा लगा?
अदिति- अच्छा था।
ईशान- फिर से करोगी?
अदिति- आज नहीं।
ईशान- क्यों?
अदिति- दर्द कर रही है। पहली बार है न।
ईशान- धीरे धीरे करूँगा।
अदिति- नहीं, पहले मेरी रानी का ख्याल करो, यह प्यासी है।
ईशान- ठीक है, रानी की बहन की सेवा हो गई, अब रानी की खातिरदारी की जाए, मगर अपने बड़े भाई को थोड़ा सा मौका तो दो।
अदिति- अपने बड़े भाई को मैं अच्छी तरह तैयार करना जानती हूँ।
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इतना कह कर अदिति ने ईशान के हाथों को लाकर अपने स्तनों पर रख दिया और ईशान के लिंग पर बैठकर अपनी योनि को लिंग से रगड़ने लगी। ईशान अदिति के स्तनों से खेलने लगा। Sage Bhai Bahan Ki Chudai Dekh
अदिति- इन्हें खूब जोर से दबाओ।
ईशान अदिति के स्तनों को जोर-जोर से दबाने लगा। अदिति के स्तनों पर उसकी उँगलियों के निशान पड़ने लगे थे। कुछ ही मिनटों बाद इधर अदिति के स्तन लाल हो रहे थे और नीचे उसका लिंग और अदिति की योनि फिर से क्रोध में लाल हो रहे थे।
अदिति और ईशान ने एक बार और लिंग और योनि के घमासान को देखने का मौका दिया। उसके बाद दोनों शांत होकर सो गए।