Gori Chut XXX
मैं मनोज एक सीधा सादा लड़का हूं और प्यार से मुझे सब मुन्ना कह कर पुकारते हैं। मेरी उम्र बीस साल है कद नार्मल और शरीर भी थोड़ा पतला है पर रंग सांवला। मोबाईल फोन पर कोई पार्न फ़िल्म देख कर मेरा खड़ा हो जाता था और मन ख़राब हो जाता था और मुठ मारनी मुझे आती नहीं थी और रियल में मैंने कभी भी चूत नहीं देखी थी। Gori Chut XXX
पिछली बरसात में हालात कुछ ऐसे बन गये कि मुझे पहली बार एक सुंदर गोरी और काले बालों वाली चूत चोदने को मिल गई और वह थी मेरी अपनी प्यारी मामी की। पहले तो मेरी अपनी मामी के साथ इसलिए ज्यादा बनती थी क्योंकि जब मामा की शादी हुई तो मैं दस साल का था और मामी का बहुत ख्याल रखता था।
और मामी भी मुझे बच्चा समझ कर बहुत प्यार करती ।पर जब मामी को पहला बच्चा हुआ तब से मैं मामी से अलग सोने लगा। मेरे मामा भी मुझे बहुत चाहते है और जब भी जरूरत हो तो मुझे ही फ़ोन करके बुला लेते हैं क्योंकि बह बंबई में एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं और पैसा भी खूब कमाते हैं पर घर पर चार छः महीने बाद ही चक्कर लगाते हैं।
मेरे ननिहाल एक पहाड़ी गांव में हैं जहां की जिंदगी मुझे बहुत अच्छी लगती है जहां मेरे नाना नानी भी रहते हैं पर उम्र ज्यादा होने के कारण बह बाहर की खेतीबाड़ी का काम नहीं देख सकते। बह काम मामी को ही करना पड़ता है।
अब मै मामी के बारे में बता दूं। मेरी मामी का नाम अंजू है। रंग गोरा,कद लम्बा, तीखे नयन नक्श, पतली कमर,गोल और मोटे स्तन पर हिप्स थोड़ी चौड़ी और उभरी हुई। मामी की उम्र पैंतीस साल है और उनके दोनों बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं।
अब मैं अपनी कहानी पर आता हूं पिछली गर्मियों की छुट्टियों में एक दिन मामा मुझे फ़ोन किया कि मैं अपने ननिहाल चला जाऊं क्योंकि मामा के दोनों बच्चे अपने मामा के साथ अपनी मां के बिना पहली बार अपने ननिहाल चले गए हैं और मेरी मामी बहुत अकेला महसूस कर रही है।
और जब मैं मामा के कहने पर अपने ननिहाल पहुंचा तो मेरे नाना नानी और मामी मुझे देख कर बहुत खुश हुए। उस समय दोपहर के बारह बज रहे थे। हम ने दोपहर का खाना खाया और फिर मैं नाना नानी पास लेट कर आराम करने लगा और उनसे गपशप करने लगा।
तभी नानी ने कहा अब तू अंजू के कमरे में जाकर उस से गपशप लगा,जब से बच्चे अपने ननिहाल गये हैं तब से वह थोड़ा उदास रहती है और सारे छोटे मोटे काम भी उसी को करने पड़ते हैं। तभी मैं वहां उठा और चौबारे पर मामी के कमरे में चला गया। तो मामी पंखे के नीचे अपने बैड पर आराम कर रही थी।
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मैं मामी के बैड पर ही एक तरफ लेट गया और फिर हम दोनों बातें करने लगे। फिर हम ने फ़ोन पर बच्चों से भी बातचीत की और फिर बातें करते करते न जाने कब मेरी आंख लग गई। करीब शाम चार बजे किसी ने मेरी छाती पर हाथ रख कर मुझे हिलाया तो मेरी आंख खुल गई और जब मैंने सामने देखा तो मामी खड़ी मुस्कुरा रही थी।
फिर वह नजरें झुका कर बोली कि उठकर नीचे आ जाओ और चाय पी लो और वह मुस्कुराती हुई चली गई। फिर मैं जागा तो सोचने लगा कि मामी मुस्कुरा क्यों रही होगी फिर यह देख कर मुझे बहुत शर्म आने लगी कि मेरा लंड लोअर के अंदर तन कर तंबू की तरह खड़ा था।
मैं शर्माते हुए बाथरूम में चला गया और वहां पर मैंने पेशाब किया और फिर ठंडे पानी से हाथ मुझे धोया और फिर आकर नाना नानी के पास बैठ गया। तभी वहां मामी चाय लेकर आ गई और हम सब बैठकर चाय पीने लगे,पर मैं और मामी आपस में नजरें नहीं मिला पा रहे थे।
मैं नज़रें झुकाए शरमा रहा था और मामी नजरें झुकाए मुस्कुरा रही थी। तभी नाना ने कहा ,” मुन्ना आज शाम को तुम अपनी मामी के साथ जाकर मक्की के खेत में से भैंस के लिए घास काट कर ले आना बिचारी अंजू को इतनी दूर से अकेले घास लानी पड़ती है”।
तो मैं झट से तैयार हो गया । अभी गर्मी तो काफ़ी थी पर खेत बसती से काफी दूरी पर था इसलिए मैं और मामी पांच बजे के करीब घर से निकल पड़े। हम दोनों चुपचाप चले जा रहे थे तभी मामी ने मुस्कुराते हुए पूछा,” मुन्ना आज तुम बड़े चुप चुप लगा रहे हो क्या बात है?”
तो मैंने शरमाते हुए कहा,” कुछ नहीं” तो मामी बोली,” कुछ तो है जो मुझसे छुपा रहे हो” तो मैंने कहा ” आपसे क्या छुपाना आप जो देख कर मुस्कुरा रही थीं उसमें मेरा कोई कसूर नहीं फिर भी मैं इस बात के लिए सारी बोलता हूं” तो मामी खिलखिला कर हंसने लगी.
और फिर बोली ” अरे बुद्धू इसमें सारी बोलने और शर्माने की क्या जरूरत है, जवानी तो सभी पे आती है और इसे संभालना बहुत मुश्किल होता है, और अपने दिल और शरीर पे कोई बस नहीं रहता पर मुझे तो यह देख कर बहुत खुशी हुई थी कि जिस बच्चे को मैं बचपन में नंगा नहलाती थी अब बह इतना जवान हो गया है कि सोते हुए भी उस का खड़ा हो कर इतना लंबा और मोटा लग रहा था”।
मैंने नज़रें उठा कर मामी की तरफ़ देखा और कहा,” मामी आप आज कैसी बातें कर रही हो, मुझे इन बातों से शर्म आ रही है” तो मामी ने हंसते हुए कहा,” जब खड़ा करके मामी के सामने लेटा था तब शर्म नहीं आ रही थी? और मैं जानती हूं कि आजकल के लड़के क्या करते हैं। किसी भी खूबसूरत औरत देखकर उसके बारे में उल्टा सीधा सोचने लगते हैं और खड़ा कर के बैठ जाते हैं.”
तो मैंने नज़रें उठा कर कहा,” मामी मैं तो सो रहा था पता नहीं कैसे थोड़ा सा खड़ा हो गया” तो मामी ने कहा,” क्या पूरी तरह खड़ा नहीं था?” तो मैंने कहा” खड़ा कहां था मुझे तो सिर्फ पेशाब लगा था आप तो ऐसे ही मेरा मजाक उड़ा रही हैं ” तो मामी बोली,” अच्छा एक बात बता जब पूरी तरह खड़ा हो जाता है तो तू क्या करता है?”
मैंने कहा,” कुछ भी नहीं तो ” मामी बोली,” चल झूठा कहीं का। या तो किसी के साथ तेरा टांका है या फिर तू मुठ मारता होगा वरना यह ऐसे ही थोड़े ठंडा होता होगा”। तो मैंने कहा,” मेरा किसी के साथ के साथ कोई टांका नहीं और मुठ का मुझे पता नहीं पर जब मैं सोता हूं तो कभी कभी अपने आप ही मेरा अंडरवियर गीला हो जाता है।”
तो मामी मेरी तरफ़ देख कर बोली,” इसका मतलब है कि तुम्हें सपनदोश की बिमारी है ” तो मैं यह सुनकर डर गया और पूछने लगा,” मामी यह सपनदोश क्या होता है ” मामी बोली,” सपने में तुम किसी औरत के साथ सैक्स करने लगते हो और तुम्हारा अंडरवियर गीला हो जाता है इसको सपनदोश कहते हैं क्या तुम्हारे सपने में भी कोई औरत आती है?”
तो मैंने झट से कह दिया,” हां मामी कभी कभी पर कमी बार तो बिना औरत के भी हो जाता है, मैं इस बिमारी का क्या करूं?” तो मामी ने कहा,” तुझे या तो कभी कभी मूठ मार लेनी चाहिए या किसी के साथ सैक्स कर लेना चाहिए, नहीं तो तू बहुत कमजोर हो जाएगा”।
तो मैंने झिझकते हुए कहा,” मामी मुझ काले कलूटे से कौनसी औरत सैक्स करेगी ? और मुठ कैसे मारते हैं मुझे किसी ने भी नहीं सिखाया” तो मामी ने मेरी तरफ़ प्यार भरी नजरों से देखा और बोली,” कोई बात नहीं मैं ही तुम्हें सब सिखा दूंगी” और फिर बातें करते हुए हम खेत में पहुंच गए।
वहां जब हम घास काट रहे थे तभी पास के रास्ते से किसी के गुजरने की आहट सुनाई दी तो हमने उठकर देखा तो मामी की एक पड़ोसन अकेली ही अपने धान के खेत की तरफ जा रही थी। जब वह वहां से गुजर गई तो मामी ने कहा,” देख यह शोभा कितनी निडर है इतनी जवान और सुंदर भी है पर अकेली ही इतनी दूर तक घास लेने आ जाती है.”
थोड़ी देर बाद हमें प्यास लगने लगी तो मामी बोली कि शोभा के खेत में जो झाड़ दिख रहे हैं वहां नाले के पास एक पानी का चश्मा है वहां से पानी पानी आते हैं और हम वहां चल पड़े मामी आगे आगे चल रही थी और झाड़ियों में से होते हुए चश्मे के करीब पहुंचे तो मामी एकदम रुक गई और मेरे मुंह पर हाथ रख दिया और मुझे सामने चश्मे की तरफ देखने का इशारा किया तो उधर देख कर मेरे होश उड़ गए।
सामने एक बड़े झाड़ के नीचे शोभा मामी अपनी सलवार उतार कर घोड़ी बनी आगे को झुकी हुई थी और एक सत्रह अठारह साल की उम्र का कलूटा सा लड़का पीछे से कमर को पकड़े शोभा मामी को चोदता हुआ धक्के लगा रहा था। हमारी तरफ उनकी साइड थी इसलिए शोभा मामी की गोरी मांसल जांघें और चूतड़ दिख सामने थे लड़के का काला लंड भी चूत में अंदर बाहर होता साफ़ दिख रहा था। “Gori Chut XXX”
फिर जब मेरी अपनी मामी से नजर मिली तो हम दोनों को बहुत शर्म आने लगी तो मामी ने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे बापिस चलने का इशारा किया और हम नजरें झुकाए एक दूसरे से शर्माते हुए अपने खेत में बापिस आ गए और फिर घास की गठरियों उठा कर घर पहुंच गए। पसीना बहत निकला था।
मामी नहाने चली गई और नानी ने रात का खाना पका दिया। फिर मैं भी नहा धोकर फ्रैश हो गया और सब ने मिलकर रात का खाना खाया। मैं नाना नानी के पास बैठ कर टीवी देखने लगा। अब रात के दस बज चुके थे और हमें नींद आने लगी तो नानी ने कहा, मुन्ना तू भी चौबारे पर जाकर अपनी मामी के कमरे में सो जा और मैं उठ कर सोने चला गया।
मैं मामी के कमरे में जाकर अपने बिस्तर पर लेट गया और मोबाइल पर कुछ क्लिप्स देखने लगा। तभी मामी हाथ में दूध का गिलास लेकर आई और मुझे थमा दिया। मैं दूध पीने लगा तो मामी बाथरूम में चली गई और तब बह बाहर निकली तो उसने काले रंग की नाईटी पहनी हुई थी जिसमें से मामी की पिंक ब्रा और पैंटी नज़र आ रही थी. “Gori Chut XXX”
तभी मामी ने लाईट बंद करके नाईट लैंप जला दिया और सफ़ेद चादर ओढ़ कर अपने बैड पर लेट गई। मैं चुपचाप मोबाइल चला रहा था और मामी भी चुपचाप सोने की कोशिश कर रही थी पर उसे नींद नहीं आ रही थी और वह बार बार करवटें बदल रही थी।
तभी मामी ने आहिस्ता से पूछा,” मुन्ना अभी तक सोया नहीं नींद नहीं आ रही क्या”? तो मैंने भी कह दिया,” हां मामी मुझे तो नहीं आ रही पर आप भी करवटें ही बदल रहीं हैं लगता है आपको भी नींद नहीं आ रही ‘ । मामी बोली,” बच्चों के बिना अकेले मुझे भी नींद कम आती है, तू मेरे साथ आ कर सो जाएगा तो मुझे नींद आ जाएगी।
तब तक कुछ देर हम बातें ही कर लेंगे बचपन में भी तो तूं मेरे साथ ही सोया करता था”। तो मैंने कहा,” नहीं मामी अगर दोपहर की तरह मुझे कुछ हो गया तो आप मेरा मज़ाक उड़ाएंगे” तो मामी ने मेरा हाथ खींच कर कहा,” आ जा नहीं उड़ाउंगी, हम सिर्फ थोड़ी देर बातें ही करेंगे”। और फिर मैं उठ कर मामी के बैड पर एक साइड पर चादर ओढ़ कर लेट गया। फिर मामी ने ही बात शुरू कर दी। “Gori Chut XXX”
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मामी – एक बात बता तू आज शर्मा क्यों रहा है।
मैं – नहीं तो।
मामी – मैं जानती हूं जब से हम घास ले कर आए हैं तू मुझसे बहुत शरमा रहा है। सच बता क्या शोभा को इस हालत मैं देख कर ही मुझसे शरमा रहा है न।
मैं – हां मामी पर इसमें हम दोनों का क्या कसूर। हमें थोड़ा पता था कि वहां ऐसा हो रहा होगा.
मामी – पर से सच बता कि तुझे वह सब देख कर मज़ा आया या बुरा लगा।
मैं – मज़ा तो तब आता जब आप पूरा देखने देती पर आपने देखने ही नहीं दिया।
मामी – तुम क्या देखना चाहते थे शोभा की गोरी और मोटी गांड़ या उस कलूटे का लंड।
मैं – मैं तो उनको करते हुए देखना चाहता था।
मामी – क्या तूने भी कभी किसी के साथ किया है?
मैं – नहीं मामी, मेरा काला रंग देख कर मुझसे कोई लड़की प्यार नहीं करती, मैंने तो आज तक रियल में किसी की देखी भी नही। बस आज देखने का मौका मिला था तो आपने नहीं देखने दिया।
मामी – मुन्ना ऐसा मत सोचो, तुम्हारा रंग बेशक सांवला है,पर देखने में तुम बहुत सुन्दर हो,तुम्हारा दिल तो सबसे सुंदर है तभी तो हम सब तुम्हें बहुत प्यार करते हैं. यह कहकर मामी मेरी पीठ से सट गई और मुझे बांहों में लेकर प्यार करने लगी। मामी मेरे सर पे हाथ फेरते हुए और मुझे झूमते हुए बोली।
मामी – देखो मैं तो तुम्हें बहुत प्यार करती हूं पर तुम्हें अभी तक बच्चा ही समझती थी पर आज जब सोते हुए तुम्हारा खड़ा हुआ लोअर में देखा तो मैं समझ गई कि तुम अब बड़े हो गए हो।और फिर जब शोभा को चुदवाते हुए देखा तो मेरा भी मन ख़राब होने लगा और फिर मैंने सोचा कि वह सब देख कर तुम्हारा मन भी ख़राब हो जायेगा। इसलिए मैंने तुम्हें वह सब देखने नहीं दिया। पर अब यह बताओ कि अगर तुम्हारा खड़ा हो जाता तो तुम क्या करते।
मैं – मामी पहले आप ही बताइए कि अगर आपका भी मन ख़राब हो जाता तो आप क्या करतीं।
मामी – अगर मुझसे रहा नहीं जाता तो मैं तूम्हीं से लिपट जाती और अगर तुम्हारा खड़ा हुआ होता तो उसको पकड़ कर झट से अपने अंदर डाल लेती। पर अच्छा हुआ कि तुम्हारा उस समय मन ख़राब नहीं हुआ वरना शायद तुम ही मुझे चोद डालते और ऐसे माहौल में मैं भी तुमको न नहीं कर पाती।
मै- पर आप तो मेरी मामी हैं, क्या आप मुझे अपने साथ करने देतीं।
मामी – जब चूत में आग लगी हो और सामने तुम जैसे लड़के का लंड खड़ा हो तो सब कुछ भूल जाता है।
मैं – मामी आज आप यह अपशब्द क्यों बोल रही हो जैसे चूत लंड वगैरह।
मामी – तुझे बुरा लग रहा है या सुनकर तेरा मन ख़राब हो रहा है सच बता।
मैं – मामी ऐसा सुनकर तो मेरा खड़ा भी हो गया है और मेरा चूत देखने को मन भी कर रहा है पर किसकी देखूं।
मामी -मेरी देखना चाहता है तो मैं दिखा देती हूं।
मैं – आपकी तो बहुत सुंदर होगी आपकी ही तरह पर आप तो मेरी मामी हैं मुझे कहां दिखा सकती हो।
मामी- जा उठकर लाइट जला दे और देखले मेरी चूत।
मैंने लाइट जला दी और जब आकर देखा तो मामी अपनी नाईटी को अपनी कमर तक ऊपर उठा कर पैंटी उतार रही थी। मामी की गोरी और मोटी जांघों को देखकर ही मेरा दिल धड़कने लगा फिर जब मैंने थोड़ा ऊपर देखा तो मेरे होश ही उड़ गए मामी की नाभि बहुत प्यारी लग रही थी। “Gori Chut XXX”
नाभि से नीचे दोनों टांगों के बीच काले घने बाल बहुत सुंदर लग रहे। मैं खड़ा खड़ा देखता ही रहा। फिर मामी ने अपने घुटने खड़े करके अपनी दोनों टांगें फैला दीं तो मुझे चूत की दरार के दर्शन हो गए। दरार से नीचे तक मामी की चूत पर एक भी बाल नहीं था और चूत के मोटे मोटे गोरे लिप्स आपस में जुड़े हुए थे। मामी ने प्यार भरी नजरों से मुझे देखा और मुस्कराते हुए बोली।
मामी -अब शरमा क्यों रहा है अच्छे से हाथ लगा कर देख ले अपनी मामी की चूत और बता कि कैसी लगी।
मैं पास जाने से थोड़ा झिझक रहा था तो मामी ने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे अपने ऊपर खींच लिया और मेरे गाल को झूमते हुए बोली.
मामी- क्या हुआ क्यों शरमा रहा है पहली बार देखी है इसलिए, आज तक सिर्फ इसे तेरे मामा ने ही देखा है और अब तुझे दिखा रही हूं जो करना है कर ले।
मैं -अगर आप बुरा न मानें तो मैं पहले आपके इन मोटे मोटे मम्मों देखना चाहता हूं मुझे यह बहुत ही सुन्दर लगते हैं मेरा इन्हें चूसने को बहुत ही दिल करता है। जब मैं छोटा था तब यह भी छोटे छोटे थे।
तभी मामी ने उठाकर अपनी नाईटी के साथ साथ अपनी ब्रा भी उतार दी और मेरी तरफ मुंह करके लेट गई और मुझे अपनी नंगी छाती से लगाकर कर मेरे सर पर हाथ फिराने लगी।अब मामी मेरे सामने पूरी तरह नंगी पड़ी थी। मैंने झिझकते हुए मामी के एक स्तन पर हाथ रख दिया और फिर उसे दबाने लगा. “Gori Chut XXX”
फिर दूसरे को हाथ से दबाया और मुंह लगाकर कर बारी बारी दोनों को चूसने लगा। मामी ने अपनी एक टांग मुजफर चढ़ा रखी थी और मेरे सर और पीठ पर हाथ फेरते हुए अपने दोनों स्तनों को बारी बारी से चुसवा रही थी। मामी की दोनों आंखें बंद थीं पर स्तन पहले से फूलकर बड़े और सख्त हो रहे थे।
फिर मामी के मुंह से सिसकारियां निकलने लगी और मामी ने अपनी एक गुंदाज जांघ मुझ पर चढ़ा रखी थी।और मुझे ऐसे अपने दूध पिला रही थी जैसे किसी बच्चे को छाती से लगा कर पिलाते हैं और मुझे अपने साथ चिपकाने और जोर जोर से सिसकारियां भरने लगी। तभी मामी ने अचानक से पीछे हट गई और लम्बी लम्बी सांसें लेती हुई पीठ के बल लेट गई। मैं उठकर बैठ गया और मामी से पूछने लगा।
मैं- मामी क्या हुआ आपको कहीं मेरा दांत तो चुभ गया?
मामी- नहीं मुन्ना, क्या बताऊं मेरे बहुत कंट्रोल करने पर भी मेरे पूरे शरीर में करंट सी दौड़ गई थी। पर अब मैं थोड़ा नार्मल हो गई हूं। अब मैं अपनी दोनों टांगें खोल कर तुम्हें अपनी चूत दिखती हूं और उसे अब अच्छे से हाथ लगा कर देख ले।
मामी फिर अपनी जांघें फैला कर लेट गई और मैं टांगों के बीच घुटनों के बल बैठ गया और मामी की चूत के ऊपर काली झांटों को अपने हाथ से सहलाने लगा। मामी की चूत फूली हुई थी जो मुझे बहुत प्यारी लग रही थी। तभी मेरा हाथ चूत कर दरार पर पहुंच गया तो मामी ने अपने घुटने खड़े कर दिए और टांगें और फ़ैला दीं। “Gori Chut XXX”
अब मुझे पूरी चूत के दर्शन होने लगे। तभी मैंने चूत की फांकों को अपने हाथों से फैलाया तो क्लीन शेव गोरी चिकनी चूत के अंदर गुलाबी रंग देख कर मुझे ऐसा लगा जैसे मैं कोई सपना देख रहा हूं। और उसमें से मुझे एक मादक सी सुगन्ध आने लगी। मैंने उसे अपने एक हाथ से अच्छी तरह सहलाता और फिर अपने हाथ को सूंघने लगा तो मामी ने देख लिया तो वह बोली।
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मामी – कैसी लगी और यह क्या सूंघ रहा है।
मैं- मामी बहुत ही सुन्दर है और इसमें से जो खुशबू आ रही है मेरा दिल इसे चूमने और चाटने को कर रहा है।
मामी- तो चाट ले किसने मना किया है पर पहले यह बता कि इसको देख कर तेरा लंड खड़ा तो नहीं हो गया।
मैं – क्या बताऊं मुझे शर्म आती है पर खड़ा तो हो ही गया है।
मामी – तो अपने कपड़े उतार कर पहले पूरा नंगा हो जा और पहले मुझे अपना लंड दिखा।
मैंने शरमाते हुए अपने कपड़े उतार दिए तो शर्म के मारे मेरा लंड ढीला हो गया और मैं शर्माते हुए मामी के पास खड़ा हो गया। तो मामी ने बैठकर मेरे मुरझाए हुए लंड को अपने एक हाथ में पकड़ लिया और हंसते हुए हिलाने लगी और बोली।
मामी- तू तो कह रहा था कि खड़ा हो गया है पर यह तो ऐसे लग रहा है जैसे कई दिनों से कोमा में गया है।
मैं- मैं पहली बार किसी औरत के सामने नंगा हुआ हूं इस लिए शर्म के कारण ऐसा हो रहा है।
मामी- अच्छा यह बात है तुम ने मुझे नंगी करके मेरे मम्मों को दबाया भी और चूसा भी और हाथ फेर फेर के मेरी फुद्दी भी गीली कर डाली तब तुझे शर्म नहीं आई और जब अपना लंड दिखाना पड़ा तो शर्म आ रही है ठहर मैं अभी तेरी शर्म दूर करती हूं। और फिर मामी मेरा सोया हुआ लंड अपने मुंह में डाल कर चूसने लगी और मेरे टट्टों को सहलाने लगी।
थोड़ी देर बाद मेरा लंड खड़ा होने लगा और फिर मुझे मज़ा भी आने लगा। मुझे यह देखकर बहुत आनंद आया कि मेरी गोरी मामी के गुलाबी होंठों में मेरा काला लंड अंदर बाहर होने लगा। मैंने मामी का सर अपने हाथों से पकड़ कर आह आह करने लगा।
फिर जब मुझे ज़्यादा मज़ा आने लगा तो मैं भी अपनी कमर हिलाने लगा तभी मामी की सांस रुकने लगी तो मामी ने मुझे धक्का देकर कर मेरा तना हुआ लंड अपने मुंह में से बाहर निकाल दिया। मेरा लंड इतना फूल चुका था कि मैं भी देख कर हैरान हो गया। तभी मामी लम्बी लम्बी सांसें लेने लगी और लंड को देखकर घबराई सी लग रही थी। थोड़ी देर बाद मैंने पूछा कि क्या हुआ। “Gori Chut XXX”
मामी- अरे तेरा तो बहुत ही मोटा और लम्बा लंड है इसने तो मेरे होंठ भी चीर दिए और मेरी सांस भी रुकने लगी थी। अच्छा हुआ किसी लड़की ने मुझसे नहीं चुदवाया वरना बह तो अस्पताल पहुंच जाती।
फिर मामी ने लंड को अपने हाथ में पकड़ा और साथ आगे पीछे करते हुए कहा।
मामी- देख अपने लंड को किसी गधे के लंड जितना मोटा है और इसका सुपाड़ा तो देख कितना फूला हुआ है। इतना बड़ा लंड रखा है तुझे शर्म नहीं आती।
मैं- मामी मैं सच कहता हूं मैंने इसे पहले कभी भी इतना फूला हुआ नहीं देखा। आज पता नहीं यह इतना बड़ा कैसे हो गया।
मामी- तो पहले कभी इसे किसी औरत ने नहीं चूसा होगा। अगर कहीं अंधेरे में मैं इस से चुदवाने लगती यह तो मेरी शादी शुदा चूत ही फ़ाड़ देता। अब भी तेरा मेरी चूत चाटने का इरादा है तो चाट चाट कर उसका पानी निकाल देना। फिर मैं भी अपने हाथ से तेरी मुठ मारके तेरा ठंडा कर दूंगी।
और फिर मामी पहले की तरह अपनी टांगें फैला कर लेट गई और अपनी चूत को सहलाने लगी। मैं भी जा कर टांगों के बीच लेट गया और मामी के चूतड़ों को पकड़ कर अपना मुंह मामी की चूत पर रख दिया। मामी ने घुटने मोड़ कर चूत और फ़ैला दी और मैं मामी की चूत को चूमने लगा और फिर अपनी जीभ से चाटने लगा।
मेरा नाक भी चूत को टच कर रहा था और मुझे बड़ी प्यारी सुगंध आ रही थी। थोड़ी देर बाद मामी की चूत गीली होने लगी और मामी आहें भरने लगी। और मुझे चूत में जीभ डालकर चाटने को कहने लगी।उधर मेरा लंड भी पूरी तरह तन गया था और मामी मेरा सिर पकड़ कर चूत पर दबाने की कोशिश कर रही थी। “Gori Chut XXX”
बीच बीच में मेरी सांस भी रुक रही थी पर मैं कुत्ते की तरह चाटने में लगा हुआ था। तभी मामी बुरी तरह तड़पने लगी और मुझे पकड़ कर अपने ऊपर खींच लिया और मेरे होंठों और गालों को चूमने लगी तो मेरा तना हुआ लंड मामी की चूत को टच करने लगा। तो मामी ने अपना हाथ बढ़ा कर मेरे लंड को पकड़ लिया और उसे अपनी चूत पर रगड़ने लगी। चूत बहुत गीली हो चुकी थी और मामी हाय हाय कर रही थी। फिर मामी से रहा नहीं गया और वह बोल ही पड़ी।
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मामी- मुन्ना मुझ से अब बर्दाश्त नहीं हो रहा मेरी चूत में बहुत खुजली हो रही है। मेरी चूत में अपना लंड डाल कर इसकी खुजली मिटा दे प्लीज़।
मैं- मामी मेरा बहुत मोटा है यह आपकी चूत में नहीं जा सकेगा। और अगर जबरदस्ती की तो आपकी चूत फट जाएगी और आपको दर्द भी होगा। आप मेरा लंड सह नहीं पाओगी मामी। इसलिए मैं अपनी उंगली डाल कर आपकी चूत की खुजली मिटा देता हूं।
मामी- मेरी चूत के अंदर तक आग लगी है वहां तेरी उंगली नहीं पहुंच सकती तू अपना लंड डालने की कोशिश कर न। यह ले क्रीम की डिबिया और अपने लंड पर अच्छे से क्रीम लगा ले और उंगली से मेरी चूत के बीच तक भी क्रीम लगा कर अपना लंड घुसाने की कोशिश कर। अब देर न कर। “Gori Chut XXX”
फिर मैंने अपने लंड के सुपाड़े पर थोड़ी सी क्रीम लगाई और अपनी एक उंगली पर क्रीम लगा कर मामी की चूत में घुसाने लगा तो चूत पहले से ही बहुत गीली थी मेरी उंगली आसानी से अंदर चली गई। फिर मैंने आपने लंड का सुपाड़ा मामी की चूत के सुराख पर रखा और घुसाने की पूरी कोशिश की पर लंड अंदर नहीं जा सका।
फिर मामी उठी और मुझे पीठ के बल लिटा दिया और मामी ने मेरे तने हुए लंड को चाट कर अपने थूक से पूरा गीला कर दिया और फिर थोड़ा और थूक लगा कर अपने पैरों को मेरे दोनों साइड रख कर मेरी तरफ मुंह करके मेरे लंड पर बैठने लगी।
मेरा लंड लोहे की तरह सख्त हो चुका था मामी घुटनों के बल खड़ी थी और उसने अपने एक हाथ से अपनी चूत का मुंह फैलाया और दूसरे हाथ से मेरे लंड का सुपाड़ा चूत के मुंह पर सैट किया। फिर ऊपर से एक जोर का धक्का लगाया तो मामी के मुंह से एक चीख निकल गई और दर्द के कारण मेरे मुंह से भी हाय निकल गया और मेरा आधा लंड मामी की टाइट चूत में फंस गया।
मामी अपने दांतों से अपने होंठ दबाए हुए थी। मामी के चेहरे पर पसीना आ गया और आंखों से आंसू निकल पड़े। और मामी कांपने लगी। फिर अपनी चूत में मेरा आधा लंड फंसाए मेरी छाती पर लुढ़क गई और हांफने लगी। मैं मामी की पीठ को सहलाने लगा तो मामी थोड़ा नार्मल हो गई और कराती हुई बोली। “Gori Chut XXX”
मामी- मुन्ना हाय तेरा तो सच में बहुत मोटा है। मैं झेल नहीं पा रही हूं पर मैं झेल कर ही रहूंगी। अब मैं दोबारा उसी पोजीशन में आ जाती हूं और पूरा अन्दर तक घुसाने की कोशिश करती हूं। पर तू अभी नीचे से धक्का मत लगाना नहीं तो मैं मर जाऊंगी।
मैं – ठीक है मामी आप जैसा कहोगी मैं वैसा ही करूंगा।
मामी- देख अब मैं आधे लंड को ही अंदर बाहर करते हुए थोड़ा थोड़ा और घुसाने की कोशिश कर रही हूं इस से यह पूरा भी शायद घुस जाए।
और मामी मेरे लंड को अपनी चूत में फंसाए अपनी मोटी गांड़ उठा उठा कर ऊपर नीचे धक्के लगाने लगी। अब मेरी भी दर्द कम हो गई और मुझे भी मज़ा आने लगा। मैंने अपनी गर्दन उठाकर देखा तो मेरा काला लंड चूत में अंदर बाहर हो रहा था। मामी को अब मज़ा आने लगा और उसने आह आह करते हुए अपनी स्पीड बढ़ा दी और बोली।
मामी- हाय बड़ा मज़ा आ रहा है मुन्ना मेरे दोनों मम्मों को अपने हाथ में ज़ोर से पकड़ ले और तूभी नीचे से थोड़े धक्के लगा।
अब मैंने मामी के दोनों स्तनों को अपने हाथों में पकड़ लिया और अपनी कमर उठाकर नीचे से आहिस्ता आहिस्ता धक्के लगाने लगा। मुझे और भी जोश चढ़ रहा था और मामी भी तेज़ तेज़ धक्के लगा रही थी। वह हाय हाय हाय कर रही थी और और बोल रही थी कि हाय बड़ा मज़ा आ रहा है. “Gori Chut XXX”
फिर मामी ने और स्पीड बढ़ा दी और पसीने से भीग गई फिर बोली हाय हाय मुझे जोर से पकड़ लो मैं जाने वाली हूं हाय गई और फिर चीखते हुए एक जोरदार धक्का लगाया और मेरी छाती पर ढेर हो लंड तो चूत में फंसा ही रह गया। पर जब मैं नीचे से धक्का लगाने लगा तो मामी ने रोक दिया। थोड़ी देर बाद जब मामी को होश आया तो बह मेरे गालों को झूमते हुए बोली।
मामी- मुन्ना मर गई तूने तो पूरा ही घुसा दिया था पर मेरी खुजली तो शांत कर दी। तेरा तो अभी भी मेरे अंदर फंसा हुआ है। अब मैं तक चुकी हूं और कुछ नहीं कर सकती।
फिर मामी उठने लगी और मेरा लंड अपनी चूत में से बाहर निकाल दिया। और फिर उसे हाथ में पकड़ कर गौर से देखने लगी जो बहुत ही तना हुआ था और गीला होने से चमक रहा था। मामी ने थोड़ी देर उसे अपने हाथ से सहलाया और फिर पीठ के बल अपनी टांगें चौड़ी करके लेटते हुए बोली।
मामी- मुन्ना अब तू मेरे ऊपर चढ़ कर मेरी चूत में अपना लंड डाल कर मुझे चोद ले।
मैं अपना तना हुआ लंड ले कर मामी के ऊपर लेट गया तो मामी ने मुझे झूमते हुए अपनी टांगें फैला दीं और नीचे हाथ करके मेरा लंड पकड़ लिया और उसे अपनी चूत के सुराख पर सैट करके कहा।
मामी – अब लगा धक्का और घुसा दे अपना लंड अपनी मामी की चूत में। और ले ले दुनिया के मज़े। पर अपने लंड पर थोड़ा सा थूक लगा लेना वरना लंड और चूत दोनों छिल जाएंगे।
मैं बहुत खुश हुआ क्योंकि जिंदगी में पहली बार एक खूबसूरत गोरी औरत अपनी टांगें फैलाए मुझे अपनी फूली हुई सुंदर चूत में मेरा काला और मोटा लम्बा लंड डालकर चोदने का निमंत्रण दे रही थी। मैंने अपने लंड के सुपाड़े पर थूक लगाया और चूत के सुराख पर सैट करके थोड़ा सा धक्का लगाया। मैंने जब थोड़ा सा जोर लगाया तो मेरा तना हुआ लंड चूत में प्रवेश करने लगा। और लंड आधा लंड ही अंदर घुसा था तो मामी करहाते हुए बोली। “Gori Chut XXX”
मामी- अब आहिस्ता आहिस्ता लंड अंदर बाहर करते हुए धक्के लगा। तुझे मज़ा भी आएगा और लंड आसानी से घुस भी जाएगा और मुझे दर्द भी नहीं होगा।
फिर मैंने लंड को थोड़ा सा बाहर खींचा और फिर आहिस्ता आहिस्ता धक्के लगाने लगा। थोड़ी देर बाद मामी की चूत के रस से लंड गीला होने लगा और मुझे मज़ा भी आने लगा और मामी भी आह आह करने लगी और मेरा सहयोग भी करने लगी।
जब मेरा लंड काफ़ी अंदर जा चुका तो मामी ने मुझे खींच कर अपनी छाती पे लिटा लिया और मेरे होंठों को अपने होंठों में लेकर चूसने लगी और मेरी पीठ पर हाथ फिराने लगी। मैंने धक्कों की स्पीड बढ़ा दी और फिर एक जोर का धक्का लगाया तो मेरा पूरा लंड जड़ तक मामी की चूत में चला गया तो मामी ने झट से मेरे होंठों को आजाद कर दिया और चिल्ला कर बोली।
मामी- हाय मर गई । तूने आखिर पूरा ही घुसा दिया मेरी चूत में। तुझे जरा भी रहम नहीं आया अपनी मामी पर। मादलचोद मुन्ना तू अब ख़ुश हो गया न। भोंसड़ी के अब हिलना नहीं मुझे थोड़ी सांस लेने दे। हाय मेरी फुद्दी का भोंसड़ा बना दिया तूने। ले अब थोड़ा सा बाहर निकाल कर आगे पीछे करते हुए धक्के लगा। पर जोर से मत ठोकना मुझे। “Gori Chut XXX”
फिर मैं जब धक्के लगाने लगा तो मामी फिर गर्म होने लगी और अपनी कमर उठा उठा कर नीचे से सहयोग करने लगी। चूत से फच बच की आवाज आने लगी। फिर दोनों की स्पीड बढ़ गई। मामी ने मुझे जोर जोर अपने साथ चिपका लिया और हाय हाय करती हुई बोली।
मामू- हाय बड़ा मज़ा आ रहा है,हाय मुन्ना तू बहुत अच्छा है रे अपनी मामी को कितना अच्छा चोद रहा है। और ज़ोर से धक्के लगा हाय फाड़ दे मेरी चूत।
मैं- हाय मामी मुझे भी बड़ा मज़ा आ रहा है ,आपकी फुद्दी कितनी गर्म है,हाय मेरे लंड को जन्नत मिल रही मेरा लंड फट जाएगा, आपके मम्में, हाय मामी मेरा निकलने वाला है हाय।
मामी- प्लीज़ इसे बाहर मत निकालना जोर जोर से धक्का लगाओ, मैं भी झड़ने वाली हूं पूरा घुसा कर चोदो, हाथ मैं गई हाय।
तभी मैंने मामी से लिपट कर दो तीन धक्के और लगाए तो मेरे लंड से पिचकारी छूटने लगी तो मामी ने दोनों जांघों मेरी कमर में लपेट ली और मुझे अपने साथ कह लिया मेरा मन और धक्का लगाने को कर रहा था पर मामी ने अपनी टांगों में ऐसा जकड़ा था कि मैं हिल भी न पा रहा था। “Gori Chut XXX”
फिर मामी की तब ढीली हुई जब मेरे लंड में से आखिरी बूंद भी मामी की चूत की गहराई में निकल गई। फिर मामी ने मुझे अपनी टांगों से आज़ाद किया और मुझे अपनी छाती पर लिटा कर झूमने लगी और प्यार करने लगी। थोड़ी देर बाद हम अलग हुए तो मामी ने छोटे से तौलिये से पहले मेरे लंड को साफ़ किया जो अभी भी तनाव में था।
फिर अपनी चूत को पोंछ कर बाथरूम मे नंगी ही चली गई। जब बह जा रही थी तो मामी का पिछवाड़ा देख कर मेरा दिल धक धक करने लगा। मामी का लम्बा कद चौड़ी हिप्स उभरे हुए नितम्ब और आपस में टकराती सुंदर जांघें। काफ़ी देर बाद मामी बाथरूम से बाहर निकली।
अब मैंने अपना लोअर पहन लिया था।और मैं भी बाथरूम जाने लगा तो मामी ने लोअर में मेरा तना हुआ लंड देख लिया तो उसे छू कर मुस्कुरा कर बोली,” फुद्दी मारी कर तसल्ली नहीं हुई जो बाथरूम में मुठ मारने जा रहा है।” तो मैंने शरमाते हुए कहा,” नहीं मैं पेशाब करने जा रहा हूं”।
मैं बाथरूम में पेशाब करने खड़ा हो गया तो मुझे पेशाब ही नहीं आ रहा था क्योंकि मेरा लंड अभी तक तना हुआ था फिर काफ़ी देर के बाद मेरा लंड थोड़ा नरम हुआ और पेशाब निकलने लगा। और मुझे राहत की सांस मिली। जब मैं बापिस पस आया तो मामी अपनी पैंटी पहने लेटी हुई थी। “Gori Chut XXX”
मैं भी आकर मामी के पास लेट गया। मामी मेरी तरफ़ मुंह करके लेट गई और मुझे अपने सीने से लगा कर सोने की कोशिश करने लगी। तो मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और मामी की नाभि को चुभने लगा। तो मामी ने मेरे लोअर के ऊपर से मेरे लंड को पकड़ लिया और उसे प्यार से सहलाने लगी। लंड और भी कड़क हो गया तो मामी ने उसे बाहर निकाल लिया और उसे अपनी पैंटी के बाहर अपनी टांगों में फंसा लिया और मुझ से लिपट बोली।
मामी – अब ठीक है अब हम भी सो जाते हैं और तेरा लंड और मेरी चूत भी आपस में लिपट कर सो जाएंगे।
और फिर मामी ने अपनी आंखें बंद कर लीं और सोने की कोशिश करने लगी।पर मुझे नींद कहां। मैं काफ़ी देर तक ऐसे ही मामी को निहारता रहा। और जब मुझे लगा कि मामी सो गई है तो मैंने आहिस्ता से अपना तना हुआ लंड मामी की टांगों में से बाहर खींच लिया और उसे अपने हाथ में पकड़ कर मामी की बाहों में से अलग हो गया।
मैंने अपना लोअर उतार दिया और अपने लंड को मसलता हुआ बैठ गया और मामी की सुंदरता के मज़े लेने लगा। फिर पता नहीं मुझे क्या हुआ मैंने अपने लंड को छोड़ दिया और उठ कर सोई हुई मामी के अंगों को इस तरह चूमने लगा कि मामी जाग न जाए। “Gori Chut XXX”
मैंने पहले मामी के पैरों पे किस किया फिर जांघों पर फिर मोटे मोटे चूतड़ों पर फिर कमर को चूमा फिर पीट को फिर गर्दन को फिर गोरे गाल को और फिर सुंदर लाल होंठों को। पर मेरा दिल नहीं भरा। फिर मैं अपने तने हुए लंड को मामी के होंठों के पास करके मुठ मारने लगा और फिर अपने लंड को मामी के होंठों पर आहिस्ता से छूने लगा.
तो एकदम से मामी ने अपना मुंह खोल दिया और झट से मेरे लंड का सुपाड़ा अपने मुंह में ले लिया और उसे जोर जोर से चूसने लगी और अपनी आंखें खोल दीं। मैं तो यह देखकर हैरान रह गया। फिर मामी ने मेरा लंड अपने मुंह में से बाहर निकाला और मेरे चेहरे को देखकर हंसने लगी।
मैं- मामी सारी,पर आप तो सो रही थीं।
मामी – अरे बुद्धू जिस औरत के सामने इतना बड़ा काला नाग अपनी फन फैलाए खड़ा हो उसे नींद कैसे आती। अब बहुत हो गया। देख मेरी पैंटी में मेरी चूत बिल्कुल गीली हो गई है और तेरा लंड लेने को बेकरार है। तू जल्दी से मुझे चोद कर अपने लंड और मेरी चूत की प्यास बुझा दे। पर मैं थक गई हूं अब जो करना है वह तुझे ही करना है। तू जिस तरह चाहे मुझे चोद ले।
मैं – तो अब मैं आपको ऐसे चोदना चाहता हूं जैसे वह कलुआ शोभा मामी को चोद रहा था।
यह बात सुनकर मामी झट से अपनी पैंटी उतार कर घोड़ी बन गई और मैंने पीछे आकर मामी की चौड़ी गांड पर हाथ फिराया मामी के बड़े बड़े नितम्बों को देख कर मेरा दिल बहुत धड़कने लगा। मैं मामी के पीछे आकर मामी की चूत चाटने लगा। मामी की चूत से स्वादिष्ट रस निकल रहा था। मेरे चाटने से मामी अपनी टांगें और फैलाने लगी और थोड़ी देर बाद आखिर बोल ही पड़ी। “Gori Chut XXX”
मामी – अब रहा नहीं जा रहा। चोद डाल मुझे। हाय अपना मोटा लंड मेरी चूत में डाल दें।
फिर मैंने अपना लंड मामी की गीली चूत के सुराख पर सैट किया और जोर का धक्का लगाया तो तो मेरा आधा लंड मामी की चूत में चला गया। तभी मेरी नज़र साइड की अलमारी में लगे बड़े शीशे पर पड़ी तो मेरा जोश और बढ़ गया क्योंकि उस शीशे में मुझे हमारी चुदाई का लाइव टेलीकास्ट नज़र आने लगा था।
मामी के बड़े बड़े चूतड़ों में मेरा लंड आता जाता साफ़ नज़र आ रहा था। तभी मैंने मामी को भी यह नज़ारा देखने को कहा तो मामी भी अपनी गर्दन घुमाकर आपनी चुदाई देख कर बहुत खुश हुई । फिर मामी थोड़ा और घूम गई.
और अपनी चौड़ी और खड़ी गांड़ शीशे की तरफ़ करके शीशे में आपनी चुदाई देखने लगी। फिर मामी ने मुझे मेरा लंड बाहर निकालने को कहा। तो मैं अपना लंड चूत में से बाहर निकाल कर साइड में हो गया। तो मामी अपनी गांड़ थोड़ा और खड़ी करके अपनी चूत और गांड़ को गौर से शीशे में देख कर बोली.
मामी – बाप थे कितनी बड़ी और सुंदर गांड़ है मेरी , मैं तो अभी तक बहुत सैक्सी दिखती हूं पर मैंने अपनी चूत में पीछे से लंड जाता हुआ नहीं देखा । मुन्ना अब तू थोड़ा साईड हो कर अपने लंड का फूला हुआ सुपाड़ा मेरी चूत के बाहर थोड़ी देर आहिस्ता आहिस्ता रगड़ना और फिर आहिस्ता से पूरा लंड चूत में घुसा कर एक दो बार पूरा बाहर निकाल कर फिर अंदर घुसा कर चुदाई करना ताकि मैं अपनी गोरी चूत में तेरा गधे जैसा लंड आता जाता देख सकूं। “Gori Chut XXX”
फिर जैसा मामी ने कहा मैं वैसे ही चुदाई करने लगा। मामी अपनी चूत मे मेरा लंड अंदर बाहर होता देख रही थी और सिसकारियां भरने लगी थी। हम दोनों ऐसा देखकर बहुत उत्तेजित हो गए और मेरा लंड और भी फूल कर बड़ा लगने लगा था। तभी मामी के कहने पर मैं मामी के ऊपर झुक गया और उसके दोनों मम्में हाथों में पकड़ कर चुदाई करने लगा तो।
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मामी- हाय बड़ा मज़ा आ रहा है अब ऐसा दिख रहा है जैसे किसी घोड़ी पे कोई घोड़ा चढ़ कर चुदाई कर रहा हो।
मैं- नहीं मामी मुझे तो ऐसे दिख रहा है जैसे किसी बड़ी और सफेद घोड़ी की चूत में कोई छोटा सा काला गधा अपना भारी लंड घुसा कर मज़े ले रहा हो।
ऐसी ही बातें करते हुए हम पूरे जोश में आ गए और जोर शीशे की तरफ़ देखना बंद करके जोर शोर से चुदाई करने लगे।अब मैं मामी के पीछे सीधा हो कर धक्के लगाने लगा। मामी भी सिसकारियां भरती हुई अपनी गांड़ घुमा घुमाकर चुदाई का पूरा मज़ा लेने लगी.
और फ़िर काफ़ी देर बाद मैंने मामी के स्तनों को जोर से पकड़ कर अपनी ओर खींच कर मामी की चूत में पूरा लंड घुसा कर अपने लंड का फुब्बारा छोड़ दिया। और मामी की चूत में अपना पूरा लंड घुसाए तब तक रहा जब तक मेरी सांसे नार्मल न हो गई।
फिर जब मैंने अपना लंड बाहर निकाला तो तो मामी सीधे हो कर पीठ के बल लेट गई और मुझे खींच कर अपने सीने से लगा कर अपने ऊपर लिटा लिया। और मुझे अपनी बाहों में लेकर प्यार से चूमते हुए बोली।
मामी – मुन्ना तू बहुत प्यारा है रे। मुझे जो मज़ा आज मुझसे मिला बह कभी तुम्हारे मामा से भी नहीं मिला।
मै- मामी अपने भी जो उपकार मुझ पर किया है मैं आपका यह एहसान जिंदगी भर नहीं भूल पाऊंगा।मुझे जैसे कलूटे की तरफ कोई देखता तक नहीं था पर आप ने अपना प्यार दे कर मुझे धन्य कर दिया। और फिर हम नंगें ही आपस में लिपट कर सो गए।
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